Shayari and thoughts
देशभक्ति गीत ,शायरी,गजल, कविताओं का संग्रह
Tuesday, 4 April 2017
जिंदगी
*_़़़़़वाह री जिंदगी़़़़़़_*
दौलत की भूख एेसी लगी कि कमाने निकल गए!
जब दौलत मिली तो हाथ से रिश्ते निकल गए!
बच्चों के साथ रहने की फुरसत ना मिल सकी!
फुरसत मिली तो बच्चे कमाने निकल गए!
*_़़़़़वाह री जिंदगी़़़़़़_*
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